भोपाल में महिला सहित तीन प्रॉस्टिट्यूट सप्लायर गिरफ्तार: सोशल मीडिया पर करते थे 25 हजार रुपए तक में एक रात की डील, कमाते थे मोटा कमीशन

भोपाल से न्यूज कांंड के लिए आदित्य बेडवाल की रिपोर्ट

एमपी (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में एक देह व्यापार का बड़ा गैंग पकड़ में आया है। भोपाल के अशोका गार्डन इलाके में पुलिस ने छापामार कार्रवाई करते हुए देह व्यापार से जुड़े 26 दलालों की पहचान की है। इनमें 18 दलालों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दलालों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने 6 आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की, जिसमें उन्होंने दूसरे प्रदेशों से लड़कियों को भोपाल बुलाने की बात कबूल की है।

गुरुवार को भोपाल पुलिस ने मामले में पकड़ी गई आरोपी निधि अग्रवाल, कोलार निवासी मकबूल अली और अर्जुन पटेल को कोर्ट में पेश कर 18 फरवरी तक रिमांड पर लिया है। इसके पहले मंगलवार को पुलिस ने पूजा ठाकुर उर्फ डिंपी, कुल्दीप उर्फ कुणाल और नवेद खान को कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लिया था। पुलिस अब सभी 6 आरोपियों का आमना–सामना कराएगी और उनके नेटवर्क और सभी की भूमिका के संबंध में पूछताछ करेगी। पुलिस अफसरों ने बताया कि इनसे पूछताछ में भोपाल की लड़कियों के शामिल होने की बात भी पता चली है। इनमें कई नाबालिग भी हैं।

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे लड़कियों को बाहर से बुलाते थे और उनके रहने का इंतजाम भोपाल में करते थे। एक लड़की के बदले में ग्राहक से हर रात का 20 से 30 हजार रुपए वसूलते थे। स्ट्रेटजी यह थी कि वे ऐसे ग्राहक की तलाश करते थे, जो एक रात का कम से कम 25 हजार रुपए तक भुगतान कर दे। इसके बदले में दलाकों को मोटा कमीशन मिल जाता था।

लड़कियां सप्लाई करने की पूरी बातचीत या कहें कि डील व्हाटस एप, मैसेंजर पर होती थी। दलाल ग्राहक को लड़कियों की फोटो भेजकर किसी एक को सलेक्ट करने का बोलते थे। जब लड़की फाइनल हो जाती तो इनको ग्राहकों के ठिकाने तक पहुंचाने और लाने का काम दलाल ही करते थे। इस दौरान इनके साथ बाउंसर भी रहते थे। पुलिस को इन दलालों के मोबाइल में मप्र के कई जिलों के साथ हरियाणा, दिल्ली और पंजाब समेत दूसरे शहरों की 250 से अधिक लड़कियों की फोटो मिली है। यह फोटो ऐसी है, जिनमे से कुछ को स्टूडियो में भी शूट किया गया था।

पूछताछ में पता चला कि आरोपी मप्र के बाहर से बुलाई गई लड़कियों को किसी भी हालत में 10-15 दिन से ज्यादा समय तक यहां नहीं रोकते थे। लेकिन जब तक वे शहर में रहती, उनकी सुरक्षा का खास ध्यान रखा जाता था। पूरे समय गुर्गे इन पर नजर बनाए रखते थे। यदि किसी लड़की को ग्राहक के पास जाना होता तो गैंग के सरगना आशुतोष वाजपेयी और महक यादव के गुर्गे साथ जाते थे। इतना ही नहीं जब लड़की ग्राहक के साथ रहती तो वाजपेयी के गुर्गे पूरे समय आसपास के इलाके में रहते थे।

बता दें कि इस देह व्यापार गिरोह के सरगना मानव तस्करी के मामले में पहले से ही भोपाल की जेल में बंद है। इनमें आशुतोष वाजपेयी और महक यादव प्रमुख हैं। इन दोनों को भोपाल के अशोका गार्डन थाने की पुलिस ने 26 जनवरी को गिरफ्तार किया था। यह दोनों इस काम के पुराने चावल हैं। इनको एक अन्य मामले में भोपाल के शाहपुरा थाना क्षेत्र से 17 अप्रैल 2024 को होटल के स्क्वायर में कॉल गर्ल की हत्या के मामले में पकड़कर जेल भेजा गया था। माना जा रहा है कि भोपाल और इंदौर में देह व्यापार का सबसे बड़ा नेटवर्क वाजपेयी और महक यादव ही चलाते हैं।

यह भी जानकारी मिली है कि देह व्यापार कराने वाले इस गिरोह के सरगना आशुतोष वाजपेयी के भोपाल शहर में कई प्रापर्टी है। इसकी लोकेशन से इसकी कीमत करोड़ों में आंकी गई है। पुलिस ने बताया कि आरोपी की शहर के पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी, कोलार, शाहपुरा सहित कई जगह पर तो घर बने हुए हैं। जबकि नगर निगम क्षेत्र में कई प्लॉट भी हैं। इसकी जांच कराई जा रही है। पुलिस इसमें ब्लैक​मेलिंग का भी एंगल भी देख रही है।

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