13 फ्लोर // 3 टॉवर // 150 करोड़ रुपए // देखिए कैसा है RSS का दिल्ली वाला संघ कार्यालय ।।

न्यूज कांड के लिए खरगोन से जयपाल बेडवाल की रिपोर्ट

समाज के योगदान से तैयार हुआ RSS का नया कार्यालय “केशव कुंज”
19 फरवरी को होगा नए कार्यालय का लोकार्पण, शिवाजी जयंती पर विशेष आयोजन

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का नया कार्यालय “केशव कुंज” दिल्ली में बनकर तैयार हो चुका है। समाज से मिले 150 करोड़ रुपये के दान से तैयार इस कार्यालय का उद्घाटन 19 फरवरी, 2025 को शिवाजी जयंती के अवसर पर किया जाएगा। इस कार्यक्रम में संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत और सर कार्यवाह मा. दत्तात्रेय होसबाले की उपस्थिति में इस भव्य कार्यालय का प्रवेशोत्सव मनाया जाएगा।

समाज से मिले दान से हुआ निर्माण
नई दिल्ली के इस RSS कार्यालय के निर्माण में समाज से प्राप्त 150 करोड़ रुपये की राशि का योगदान है। इसमें शामिल दानदाताओं और स्वयंसेवकों का योगदान सराहनीय रहा है। इस कार्यालय का डिज़ाइन गुजरात के प्रसिद्ध आर्किटेक्ट अनूप दुबे ने तैयार किया है, जो भारतीय संस्कृति के साथ-साथ गुजरात और राजस्थानी शिल्प का अद्भुत मिश्रण प्रस्तुत करता है।

“केशव कुंज” का नाम क्यों?
RSS के पहले सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के योगदान को सम्मानित करने के लिए इस कार्यालय का नाम “केशव कुंज” रखा गया। यह कार्यालय 1939 में झंडेवालान में बने RSS के पहले कार्यालय की जगह पर स्थापित किया गया है, जहां पहले भी कई बार निर्माण कार्य किए गए थे।

सुविधाओं से लैस अत्याधुनिक कार्यालय
“केशव कुंज” कार्यालय को अत्याधुनिकता और सुरक्षा व्यवस्था के साथ बनाया गया है। लगभग 5 लाख स्क्वायर फीट में बने इस कार्यालय में 3 टॉवर हैं, जिन्हें क्रमशः साधना, प्रेरणा और अर्चना नाम दिया गया है। यह टॉवर एक साथ 75000 स्वयंसेवकों और दानदाताओं को समर्पित होंगे।

विशाल हॉल और पार्किंग सुविधा

इस कार्यालय में 3 बड़े हॉल बनवाए गए हैं। पहला हॉल “अशोक सिंघल सभागार” है, जिसमें 463 प्रतिनिधियों के बैठने की व्यवस्था है। दूसरे और तीसरे हॉल में क्रमशः 650 और 250 प्रतिनिधियों के बैठने की व्यवस्था है। इसके अतिरिक्त, 270 वाहनों की पार्किंग भी बनाई गई है।

पर्यावरण के प्रति सजग दृष्टिकोण
इस कार्यालय में पर्यावरण के प्रति सजग दृष्टिकोण अपनाया गया है। लकड़ी की खपत को कम करने के लिए दरवाज़ों और खिड़कियों के फ्रेम ग्रेनाइट के बनाए गए हैं। इसके अलावा, एसटीपी (सैप्टिक ट्रीटमेंट प्लांट) का उपयोग किया गया है, ताकि वेस्ट का ट्रीटमेंट कार्यालय के भीतर ही किया जा सके। इसके अलावा, 140 केबी की सोलर ऊर्जा व्यवस्था भी कार्यालय में लगाई गई है।

8,000 पुस्तकों से सुसज्जित लाइब्रेरी
“केशव कुंज” के आठवें फ्लोर पर एक अत्याधुनिक लाइब्रेरी भी बनाई गई है। इस लाइब्रेरी में लगभग 8,000 किताबें हैं, जिनमें भारतीय संविधान, हिंदुत्व, बौद्धिज़्म, जैनिज़्म, इस्लाम सहित विभिन्न धर्मों पर पुस्तकें उपलब्ध हैं।

व्यवस्थित और अत्याधुनिक कार्यालय परिसर
“केशव कुंज” के निर्माण में विभिन्न सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। कार्यालय में मीडिया के लिए एक प्रेस कांफ्रेंस रूम भी बनाया गया है, जिसमें LED की सुविधा है। पहले टॉवर “साधना” में संघ के प्रकाशन “भारत प्रकाशन” और “सुरुचि प्रकाशन” के कार्यालय होंगे। इसके साथ ही प्रचार प्रसार विभाग और पांचजन्य, आर्गेनाइजर के कार्यालय भी यहीं स्थित होंगे।

स्वयंसेवकों के लिए विशेष व्यवस्थाएं

दूसरे टॉवर “प्रेरणा” में संघ के उच्च पदाधिकारियों के रुकने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। छोटे हॉल और मीटिंग रूम भी उपलब्ध होंगे। तीसरे टॉवर “अर्चना” में कर्मचारियों और प्रवासी पदाधिकारियों के रहने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, इस परिसर में 80 लोगों के बैठने की क्षमता वाला भोजनालय और 5 बेड का एक छोटा इंटरनल हॉस्पिटल भी है।

स्वास्थ्य सुविधाओं का ध्यान
स्वास्थ्य के मद्देनजर, संघ कार्यालय में एक छोटी डिस्पेंसरी बनाई गई है, जो आम जनता के लिए भी खुली रहेगी। इसमें प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता मिल सके।

निष्कर्ष
“केशव कुंज” RSS का एक अत्याधुनिक, सुसज्जित और सामूहिक कार्य के लिए समर्पित कार्यालय है, जो संघ के कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवकों और दानदाताओं के योगदान से संभव हुआ है। 19 फरवरी को इसका उद्घाटन RSS के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में एक ऐतिहासिक अवसर बनेगा।

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