न्यूज़ कांड डेस्क report

धार्मिक स्थल और स्कूल के पास शराब की दुकान के विरोध में उठी जनता की आवाज़
भोपाल, 21 फरवरी, 2025: मध्यप्रदेश सरकार ने हाल ही में धार्मिक स्थलों के पास शराब की दुकानों को हटाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया था। हालांकि, राजधानी भोपाल के रहवासी इलाके, विशेष रूप से अशोका गार्डन स्थित राजीव नगर सेमराकलां मुख्य मार्ग पर स्थित शराब की दुकानें, स्थानीय लोगों के लिए गंभीर समस्या बन गई हैं। यहाँ स्थित शराब की दुकान के कारण दिन-प्रतिदिन लोगों को शराबियों की अराजकता और अश्लील हरकतों का सामना करना पड़ता है। यही नहीं, इस दुकान के कारण स्कूली बच्चों और महिलाओं को भी बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
शराब की दुकान के पास के छात्रों और महिलाओं की बढ़ती परेशानी
शहर के राजीव नगर सेमरा क्षेत्र में स्थित शराब की दुकान के पास से बच्चों और महिलाओं का गुजरना अब एक मुश्किल कार्य बन गया है। स्थानीय निवासी भरत माहेश्वरी, जीतू मालोटीया और अशोक वर्मा ने बताया कि जब नन्हे बच्चे स्कूल से घर लौटते हैं, तो उन्हें शराब की दुकान के आसपास कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बच्चों को शराबियों द्वारा गलत व्यवहार का सामना करना पड़ता है, और कई बार हिंसक झगड़े भी होते हैं। इसके अलावा, महिलाओं को अपने बच्चों को स्कूल से घर लाने के लिए 100 मीटर का रास्ता तय करने के बजाय 500 से 800 मीटर का लंबा रास्ता तय करना पड़ता है, क्योंकि शराब की दुकान के कारण मुख्य मार्ग पर भीड़ और परेशानी बढ़ जाती है।

स्कूल और धार्मिक स्थल के पास शराब की दुकान को हटाने की मांग
इसी समस्या के खिलाफ आज शुक्रवार को बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों और महिलाओं ने तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने हाथों में तख्तियां उठाकर शराब की दुकान को जल्द से जल्द यहां से हटाने की मांग की। विरोध प्रदर्शन में शामिल एक महिला ने कहा, “हमारे बच्चों को पढ़ाई में कोई विघ्न न आए, इसके लिए शराब की दुकान को यहां से हटाया जाना चाहिए।” विरोध प्रदर्शन कर रहे स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि शराब की दुकान को जल्द नहीं हटाया गया, तो वे और उनके बच्चे आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगे और उग्र प्रदर्शन करेंगे।

स्थानीय निवासियों की स्पष्ट चेतावनी
स्थानीय रहवासी यह भी कह रहे हैं कि यदि शीघ्र ही शराब की दुकान को राजीव नगर सेमरा मुख्य मार्ग से अन्यत्र नहीं स्थानांतरित किया गया, तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। उनका कहना है कि शराब की दुकान की वजह से उनके बच्चों और परिवारों की सुरक्षा को खतरा हो रहा है और इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
यह मामला अब और अधिक गंभीर रूप ले चुका है, और स्थानीय निवासियों की उम्मीद है कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर शीघ्र कार्रवाई करेगी।