सीटी बजाओ बच्चे बुलाओ नवाचार को मिला प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्कॉच अवार्ड

जिला शिक्षा केंद्र नर्मदापुरम के कठिन परिश्रम का प्रतिफल है राष्ट्रीय स्कॉच अवार्ड : कलेक्टर सुश्री मीना सीटी बजाओ बच्चे बुलाओ नवाचार को मिला प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्कॉच अवार्ड

जिला शिक्षा केंद्र नर्मदापुरम के नवाचार “सीटी बजाओ बच्चे बुलाओ” को शनिवार को दिल्ली के इंडियन हैबिटेट् सेंटर में आयोजित राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार नर्मदापुरम जिले के शासकीय विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति में सुधार के लिए किए गए इस अभिनव प्रयास की सफलता को प्रमाणित करता है।

कार्यक्रम में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना और जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) डॉ. राजेश जायसवाल ने पुरस्कार प्राप्त किया। उक्त पुरस्कार स्कॉच ग्रुप के वॉइस अध्यक्ष डॉक्टर गुरुशरण धंजाल द्वारा प्रदान किया गाया। इस दौरान रणनीति और समूह प्रमुख जनरल काउंसिल एवरस्टोन ग्रुप सुश्री प्रतिभा जैन, राष्ट्रीय सह संयोजक स्वदेशी जागरण मंच डॉक्टर अश्विनी महाजन, काउंसिल स्कॉच लॉ ऑफिस श्री आदित्य श्रीनिवासन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

कलेक्टर मीना ने अपने उद्बोधन में इस उपलब्धिजिला शिक्षा केंद्र नर्मदापुरम के नवाचार “सीटी बजाओ बच्चे बुलाओ” को शनिवार को दिल्ली के इंडियन हैबिटेट् सेंटर में आयोजित राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार नर्मदापुरम जिले के शासकीय विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति में सुधार के लिए किए गए इस अभिनव प्रयास की सफलता को प्रमाणित करता है।

कार्यक्रम में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना और जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) डॉ. राजेश जायसवाल ने पुरस्कार प्राप्त किया। उक्त पुरस्कार स्कॉच ग्रुप के वॉइस अध्यक्ष डॉक्टर गुरुशरण धंजाल द्वारा प्रदान किया गाया। इस दौरान रणनीति और समूह प्रमुख जनरल काउंसिल एवरस्टोन ग्रुप सुश्री प्रतिभा जैन, राष्ट्रीय सह संयोजक स्वदेशी जागरण मंच डॉक्टर अश्विनी महाजन, काउंसिल स्कॉच लॉ ऑफिस श्री आदित्य श्रीनिवासन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

कलेक्टर मीना ने अपने उद्बोधन में इस उपलब्धिको उन सभी शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों को समर्पित किया जिन्होंने इस नवाचार के सफल क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

“सीटी बजाओ बच्चे बुलाओ” अभियान की शुरुआत ग्रामीण अंचलों में की गई थी और इसे जिले के 115 ग्रामों में संचालित किया गया। इस नवाचार के परिणामस्वरूप प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति में 70 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई। कलेक्टर सुश्री मीना ने कहा कि हम सभी आगे भी लगातार इस दिशा में काम करते रहेंगे और बच्चों तथा उनके माता-पिता को शिक्षा के प्रति प्रेरित करते रहेंगे।
कलेक्टर सोनिया मीना ने स्कॉच फाउंडेशन को उक्त स्कॉच अवार्ड प्रदान किए जाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद दिया।

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