माइनिंग वाली मैडम आई पनडुब्बी जब्त करने गांव, ग्रामीण इतने भड़के की आना पड़ा तहसीलदार को मौके पर

बुधनी से न्यूज़ कांड के लिए संतोष कुमार की रिपोर्ट

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1. 6 महीने से खलियान में खड़ी पनडुब्बी पर माइनिंग अधिकारी की कार्रवाई
2. ग्रामीणों का माइनिंग अधिकारी की कार्यशैली पर विरोध
3. तहसीलदार की जांच और माइनिंग अधिकारी की हठधर्मिता पर विराम

28 फ़रवरी 2025 //

सीहोर जिले के भैरुंदा क्षेत्र के ग्राम छिदगांव काछी में माइनिंग विभाग की एक कार्रवाई ने विवाद को जन्म दिया। करीब छह महीने से खलियान में खड़ी पनडुब्बी पर माइनिंग अधिकारी खुशबू वर्मा ने कार्रवाई शुरू की, जिसे स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध किया। ग्रामीणों का कहना था कि पनडुब्बी वहां पहले से खड़ी थी और इसकी किसी तरह की माइनिंग से कोई संबंध नहीं था।

माइनिंग अधिकारियों द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है, खासकर जब से सीहोर जिले में माइनिंग विभाग के अधिकारियों का तबादला हुआ था। पिछले दिनों माइनिंग अधिकारी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए ग्राम मंडी क्षेत्र के मजदूरों और ट्रक चालकों ने कलेक्टर के पास आवेदन दिया था। इस पर कलेक्टर और माइनिंग अधिकारी ने जांच का आश्वासन दिया था।

आज, माइनिंग अधिकारी खुशबू वर्मा ने एक बार फिर कार्रवाई की योजना बनाई और छिदगांव काछी, आंबा-बड़गांव के नर्मदा तट पहुंचे। वहां उन्होंने खलियान में खड़ी पनडुब्बी पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया। जैसे ही यह खबर ग्रामीणों तक पहुंची, उन्होंने इसका विरोध किया और माइनिंग अधिकारी की कार्यशैली पर सवाल उठाए।

मामला बढ़ते देख, तहसीलदार सौरभ शर्मा मौके पर पहुंचे और स्थिति को शांत किया। तहसीलदार ने माइनिंग अधिकारी से बात की और बताया कि पनडुब्बी पिछले 6 महीने से खड़ी थी। उनकी जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि माइनिंग अधिकारी द्वारा की जा रही कार्रवाई गलत थी। तहसीलदार ने यह भी कहा कि अब पनडुब्बी पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी और इसे छोड़ दिया जाएगा।