भोपाल में महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन की तैयारी बैठक संपन्न**प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में 31 मई को होगा ऐतिहासिक आयोजन

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भोपाल, 27 मई। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में 31 मई को होने जा रहे महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन को लेकर भाजपा प्रदेश कार्यालय में आवश्यक बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश प्रभारी महेन्द्र सिंह और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को संबोधित किया।

बैठक का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और कन्यापूजन के साथ हुआ। मंच पर उपस्थित अतिथियों ने विशेष रूप से तैयार सेल्फी पॉइंट पर फोटो भी ली। बैठक में बताया गया कि महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन पूरी तरह महिलाओं की अगुवाई में आयोजित होगा, जिसकी तैयारियों में हजारों की संख्या में महिला कार्यकर्ता जुटी हुई हैं।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला सशक्तिकरण को सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि एक मिशन बना दिया है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जब हमारी एक बहन के पति को गोली मारी गई और आतंकियों ने कहा कि “मोदी से कहना”, तो प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उस बहन का सुहाग उजाड़ने का बदला लिया। भारत की सेना ने दुश्मन को उसके घर में घुसकर मारा। उन्होंने कहा कि मोदी ने सिद्ध किया है कि अगर किसी बहन का सिंदूर मिटाया जाएगा, तो भारत चुप नहीं बैठेगा।

मोहन यादव ने देवी अहिल्याबाई होल्कर की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे बहू बनकर होल्कर परिवार में आईं, लेकिन अपने कार्यों से वे बेटी की तरह पूजी गईं। उन्होंने अपने शासनकाल में न्यायप्रियता, सुशासन, मंदिरों का जीर्णोद्धार, विधवा विवाह की शुरुआत और भील बटालियन जैसी पहल कर समाज को दिशा दी। महेश्वर साड़ी की शुरुआत कर उन्होंने महिलाओं को स्वावलंबन का रास्ता दिखाया।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि जिस सम्मेलन की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक इतनी विराट है, वह सम्मेलन कितना भव्य और ऐतिहासिक होगा, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में करीब 2.5 लाख बहनें भाग लेंगी और उसकी संपूर्ण व्यवस्था भी बहनें ही संभालेंगी। कार्यकर्ता भाई उनके पीछे रहकर सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि 31 मई को प्रधानमंत्री का आगमन हम सबके लिए गौरव का क्षण होगा।

प्रदेश प्रभारी महेन्द्र सिंह ने कहा कि वैदिक काल से लेकर आज तक महिलाओं ने हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। देवी अहिल्याबाई ने 300 वर्ष पहले सुशासन, न्याय और महिला सशक्तिकरण की मिसाल कायम की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने 26 जनवरी 2017 को परेड की अगुवाई नारी शक्ति को सौंपी, ऑपरेशन सिंदूर में भी महिलाओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गईं। इससे स्पष्ट होता है कि प्रधानमंत्री महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता पर रखते हैं।

प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने कहा कि देवी अहिल्याबाई ने अपने कार्यों से यह सिद्ध कर दिया कि कोई भी सामान्य महिला भी अपने कर्मों से ‘लोकमाता’ बन सकती है। उन्होंने कहा कि भारत में महिलाओं को सम्मान और अधिकार प्राचीन काल से प्राप्त हैं। देवी अहिल्याबाई ने अपनी सेना को आधुनिक बनाया, त्रिभाषा सूत्र लागू किया और अपने ही पुत्र को दंड देकर न्याय का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकारें भी उन्हीं मूल्यों पर काम कर रही हैं और महिलाओं को स्वावलंबी व सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही हैं।

कार्यक्रम का संचालन मंत्री कृष्णा गौर ने किया और आभार महापौर मालती राय ने माना। मंच पर मंत्री विश्वास सारंग, प्रदेश उपाध्यक्ष और सांसद आलोक शर्मा, सीमा सिंह जादौन, कांतदेव सिंह, विधायक भगवानदास सबनानी, रामेश्वर शर्मा, प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद माया नारोलिया, पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंह, भोपाल जिला प्रभारी महेंद्र सिंह यादव, जिलाध्यक्ष रविन्द्र यति, प्रदेश प्रवक्ता नेहा बग्गा और महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष वंदना जाचक उपस्थित रहीं।

बैठक में हजारों की संख्या में नारी शक्ति की भागीदारी रही और सभी ने एक स्वर में 31 मई को होने वाले कार्यक्रम को सफल बनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम न केवल देवी अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धांजलि होगा, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत भी करेगा।

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