- नेता प्रतिपक्ष ने उठाया विवादित उद्योगपति पवन अहलूवालिया की उपस्थिति पर सवाल
23 फरवरी को छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैंसर अस्पताल और मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट का शिलान्यास करेंगे। इस कार्यक्रम को लेकर जहां क्षेत्रीय लोग और समाजसेवी इस स्वास्थ्य परियोजना को एक सकारात्मक कदम मान रहे हैं, वहीं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस आयोजन में एक विवादित उद्योगपति की मौजूदगी पर सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि पीएम मोदी के कार्यक्रम में पवन अहलूवालिया की उपस्थिति क्यों सुनिश्चित की जा रही है, जबकि वह जालसाजी और धोखाधड़ी के कई मामलों में फंसे हुए हैं। इस कार्यक्रम को लेकर जनता और विपक्षी नेताओं के बीच विवाद गहरा रहा है। जहां एक ओर बागेश्वर धाम में बनने वाले कैंसर अस्पताल को एक बड़ी स्वास्थ्य परियोजना के रूप में देखा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर विवादित उद्योगपति की उपस्थिति सवालों के घेरे में है। अब यह देखना होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस विवादित उद्योगपति को कार्यक्रम में आमंत्रित करने के बाद इसे कैसे संभालते हैं और क्या इस कदम से विवादों का समाधान होता है या यह और बढ़ता है।

पवन अहलूवालिया पर चल रही है जांच
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अपने ट्विटर पर लिखा, “PM के कार्यक्रम में पवन अहलूवालिया की संभावित मौजूदगी क्यों? इस उद्योगपति के खिलाफ जालसाजी और धोखाधड़ी के कई मामले चल रहे हैं।” पवन अहलूवालिया एक विवादास्पद उद्योगपति हैं जिनके खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। ऐसे में उनकी उपस्थिति पर सवाल उठते हैं कि क्या यह कदम सही है और क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बदनाम उद्योगपति से स्वागत करवाएंगे?
धीरेन्द्र शास्त्री पर कांग्रेस के जुबानी हमले
हालांकि, इस मुद्दे से पहले कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री को ‘उचक्का’ कहकर जुबानी हमला किया था। इसके बाद बीजेपी ने मुकेश नायक पर कार्रवाई करने की मांग की थी। लेकिन कांग्रेस के किसी अन्य नेता ने उनके बयान का समर्थन नहीं किया। अब, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बागेश्वर धाम में होने वाले कार्यक्रम में पवन अहलूवालिया की उपस्थिति पर सवाल उठाए हैं, जिससे यह मामला और विवादित हो गया है।
बागेश्वर धाम में बन रहा कैंसर अस्पताल
बागेश्वर धाम में 252 करोड़ रुपये की लागत से एक अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है। यह अस्पताल 2.37 लाख वर्ग फीट में फैला होगा और इसमें कैंसर सहित सामान्य बीमारियों का इलाज भी किया जा सकेगा। अस्पताल की बिल्डिंग स्मार्ट बिल्डिंग टेक्नोलॉजी और ग्रीन रूफ के कॉन्सेप्ट पर बनाई जाएगी, जो पर्यावरण के अनुकूल होगी। अस्पताल में 50 मल्टी स्पेश्यलिटी बेड, 20 आईसीयू, बीएमटी बेड और 30 डे केयर बेड होंगे। इसके अलावा, अन्नपूर्णा किचन, वैदिक गुरुकुल और गौरक्षा के साथ बागेश्वर बगीचा भी तैयार किया जाएगा। अस्पताल में 5 ऑपरेटिंग रूम, एंडोस्कोपी, माइनर ओटी और एक मोबाइल कैथ लैब भी होगी।