

एसपी मिश्रा की पहल पर 30 प्रकरणों के 23 आरोपियों ने आत्मसमर्पण कर लिया अपराध से मुक्ति का संकल्प
आत्मसमर्पण कर अपराध से दूर रहने का लिया संकल्प
ब्यावरा, 21 फरवरी 2025: ग्रामीण अंचल के कंजर समुदाय के 30 प्रकरणों के 23 वारंटियों ने शुक्रवार को सिटी थाने में आत्मसमर्पण कर लिया। इनमें 21 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल थीं। यह सभी आरोपियों के खिलाफ अवैध शराब, चोरी और झगड़ों के मामले चल रहे थे। आत्मसमर्पण के दौरान सभी आरोपियों ने अपने अपराधों से मुक्ति का संकल्प लिया और भविष्य में किसी भी प्रकार के अपराध में शामिल न होने की शपथ ली।
एसपी मिश्रा की पहल का सकारात्मक प्रभाव
सिटी थाने में आयोजित आत्मसमर्पण कार्यक्रम में एसपी प्रदीप मिश्रा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि इससे पहले भी कंजर समुदाय के लोगों को अपराध की दुनिया छोड़कर सामान्य जीवन जीने के लिए प्रेरित किया गया था। इस कड़ी में आज भी उन आरोपियों को समझाया गया जिन्होंने विभिन्न अपराधों में शामिल होने के बाद अपने भविष्य को बेहतर बनाने का निर्णय लिया। एसपी मिश्रा ने कहा कि यह आत्मसमर्पण एक नई शुरुआत का प्रतीक है और न्यायालयीन प्रक्रिया से इन सभी आरोपियों को नई दिशा मिलेगी।

पुलिस की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन
एसपी के अनुसार, कंजर समुदाय के लोग अब अपराध से तौबा कर कानून का पालन करने का संकल्प ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि कई बार आरोपियों और उनके परिवारों पर अपराध के मामलों का डर बना रहता है, लेकिन आज इन लोगों ने एक सकारात्मक पहल की है जो समाज के लिए एक प्रेरणा का काम करेगी। पुलिस इस समुदाय के लोगों की जीवनशैली में बदलाव लाने के लिए पूरी मदद करेगी।
ग्रामीणों की मांगें और पुलिस का सहयोग
ग्राम दूधी के ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन से शासन की योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने बताया कि उनके गांव के अधिकांश लोग अवैध शराब बेचने का काम करते थे, लेकिन अब 23 लोगों ने आत्मसमर्पण कर अपराध से दूरी बनाई है और वे मुख्यधारा से जुड़ने के लिए तैयार हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से डेम के डूब क्षेत्र में बसी जमीन का मुआवजा मिलने और अन्य स्थान पर घर बनाने के लिए जमीन देने की मांग की।
14 जब्त मोटरसाइकिलें लौटाई गईं
इस अवसर पर पुलिस कप्तान ने कहा कि पुलिस प्रशासन इनकी मदद करने के लिए सभी कानूनी उपाय करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि 14 जब्त मोटरसाइकिलें जो पुलिस एक्ट के तहत जब्त की गई थीं, अब उनके मालिकों को लौटा दी गई हैं। इन मोटरसाइकिलों के कागजात सही पाए गए थे और कानूनी प्रक्रिया के तहत इनको वापस किया गया।
